News Agency : पूर्वांचल की thirty सीटों पर अपनी पकड़ की बात करने वाले योगी आदित्यनाथ सरकार के एक मंत्री को ही राज्य में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर कोई उम्मीदें नहीं हैं। उन्होंने पिछली बार राज्य में seventy two सीटें जीतने वाली बीजेपी और एनडीए के लिए इसबार सिर्फ fifteen से twenty सीटें जीतने की भविष्यवाणी की है। योगी के मंत्री ने यहां तक दावा किया है कि देश की अगली प्रधानमंत्री ‘दलित की बेटी’ बनेगी।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अब दावा किया है कि प्रदेश में सपा-बसपा महागठबंधन को fifty से ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि, “उत्तर प्रदेश में एनडीए को अधिकतम fifteen से twenty सीटें मिलेगीं, जबकि गठबंधन को fifty से ज्यादा मिलेंगी और कांग्रेस अपनी टैली बढ़ाएगी। जहां तक मैं देख सकता हूं कि एक दलित प्रधामंत्री बनेगा, ये बीएसपी प्रमुख मायावती या कोई और हो सकता है।”
राजभर ने साफ किया कि अब उनकी ‘पार्टी का ‘भगवा पार्टी’ के साथ कोई गठबंधन नहीं है और उनकी पार्टी के पास पूर्वांचल की thirty सीटों को प्रभावित करने की ताकत है।’ उन्होंने बीजेपी से नाराजगी को जाहिर करते हुए बताया कि, “हमनें बीजेपी के लिए काम किया। हमनें सिर्फ एक सीट मांगी-घोसी, लेकिन उन्होंने (बीजेपी) उसे भी देने से मना कर दिया। बीजेपी गोरखपुर, बलिया और गाजीपुर में हार जाएगी।” nineteen तारीख को पूर्वांचल की जिन thirteen सीटों पर वोटिंग होनी है, उसमें राजभर समुदाय का वोट काफी मायने रखता है। 2014 और 2017 के चुनाव में राजभर बीजेपी के साथ थे।
रविवार को पूर्वांचल की महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज सीटों पर वोटिंग होनी है। गौरतलब है कि ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी के साथ सीटों पर बातचीत टूटने के बाद पिछले thirteen अप्रैल को योगी सरकार से इस्तीफे की पेशकश करते हुए कहा था कि उन्हें इस सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। तब से वो बीजेपी को हराने की मुहिम में जुटे हुए हैं और वाराणसी समेत thirty six पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
जबकि, three सीटों पर पार्टी के प्रत्याशियों का नामांकन रद्दे होने के चलते वह बीजेपी के खिलाफ एक जगह कांग्रेस और दो जगह महागठबंधन के उम्मीदवारों का समर्थन कर रही है। इनमें मिर्जापुर में कांग्रेस और महाराजगंज एवं बांसगांव में गठबंधन के उम्मीदवार को वह समर्थन दे रही है।